गुरुवार, 10 अप्रैल 2008

आरक्षन का आनंद्वोत्सव मनाएं

बधाई हो अर्जुन सिंह तथा सुप्रीम कोर्ट के महान जजों आज आपने एक एतिहासिक फैसला सुना कर वाकई मन को मोहने का ही काम किया है आज तक ओ बी सी के educatonal institution मे रिज़र्वेशन का कोटा न होने से देश को जो हानि हुई है उसे देश कभी नही भूल सकेगा \ लेकिन एक बात समझ में नहीं आती जब कोर्ट में रिज़र्वेशन की बात सरकार उठाती है तो आप सभी judges इसके लिए तैयार नहीं होते एक और फैसला मुझे याद आता है कोई १५ वर्ष पूर्व की बात है सुप्रीम कोर्ट ने पान मसाला व गुटका के pouch तथा डिब्बों की विक्री पर रोक लगा थी ( अम्बु मणि जी ध्यान दें ) तब कुछ देश भक्त पान व गुटका कंपनियों के मालिको ने माननीय कोर्ट से mercy अपील कर यह अनुरोध किया था की जो माल वह पहले से तैयार कर रखें हैं उसको बेचने की अनुमति दे दी जाए उसके बाद सुप्रीम कोर्ट का दिल ऐसा पसीजा की फिर pouch पर प्रतिबन्ध नहीं लगा तथा अब तो गुटखा status symbol हो गया है ऊँचे लोग उंची पसंद सवाल है कितना ऊँचा क्या सबसे उच्च ? खैर सभी को इस न्याय का सम्मान तो करना ही होगा ऊँचे लोग उंची पसंद हम रजनीगंधा खाने वाले ऐरो गैरों को मुंह नहीं लगाते हैं वाकई मजा आ गया लेकिन क्रीमी लेयर को क्यों वंचित कर दिया जा रहा है मलाई तो सबको ही पसंद है तब खुरचन सिंह की खुरचन कौन चाहेगा वाह क्या सबूत है सफेदी का इस समय इस निर्णय ने महँगाई की बात को पीछे कर दिया २० २० की जीत की तरह इंडिया इज शाइनिंग

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