शनिवार, 13 सितंबर 2008

विस्फोट की जानकारी हमें थी

जब जब कोई बम विस्फोट होता है तो हमारे माननीय गृह मंत्री जी का यह बयान आता है
जनता संयम बरते
आतंकवादियों और दहशतगर्दो (नया शब्द उर्दू में समझाने हेतु ) को बख्शा नहीं जायेगा
आंतकवादियों के विरुद्ध अभियान चलता रहेगा
आंतकवाद के खात्मे के लिए सरकार कटिबद्ध , जनता से सहयोग की अपील
ऐसी घटना की कठोर शब्दों में निंदा की जाती है
आंतकवादियों की यह कारवाही हताशा का परिणाम कायरतापूर्ण कार्यवाही ........
ऐसे बयां पढ़ कर लगता है कोई ऐसी घटनाओं की बषॅगाँठ मना रहा हो तथा संदेश व शुभकामनाएं दे रहा हो |
मुझे तो लगता है कुछ बयान रेडिमेड रूप से तैयार कर रखे हुए हैं केवल मीडिया को याद दिला दिया जाता है कि अमुक नम्बर वाला गृह मंत्री का फलां प्रधान मंत्री का ,बाकी सब श्री प्रकाश जैसवाल के लिए छाप दो फ़िर ये सब नेता गृह मंत्री जी सफ़ेद कोट व सफ़ेद शेरवानी तथा श्री प्रकाश जी ग्रे कलर कि सफारी या कोट जो भी धुली हो पहन कर टी वी का सामने आ जाते हैं
हमें यह पूर्व सूचना थी कि कोई बड़ा धमाका होने वाला है हमने पहले ही राज्य सरकारों को सतर्क कर दिया था भेड़िया आया लेकिन सरकारों ने सामयिक कदम नहीं उठाया देखिये हमने तो पहले से ही बयान तथा साफ़ धुले हुए सफ़ेद शेरवानी तैयार कर रखी थी हाँ तारीख का पता नहीं था यहीं तो ये साले आतंकवादी बताते नहीं वरना हम घटना स्थल पर पहले ही पहुँच कर नागरिकों को आतंकवाद से कैसे लड़ाई की जाए का सेमीनार उसी जगह उदघाटन कर दें और जब लोग मर जायें तो हम बयान दे दे कि नागरिकों की लड़ाई में अन्तिम विजय नागरिकों की होगी इस देश की होगी | लेकिन आंतकवादी हमें यही नहीं बताते हम ने कई बार कहा भी कि यार साल में एक दो बार तो ऐसा मौका दे दो खैर हम क्या करें अब हम फेडरल सुरक्षा की बात कर रहे है जिसमे मोदी को भी विशेष रूप से बुलाया जायेगा
हमारे एक गृहमंत्री जो देखने में चाचा चौधरी लगते है आयरन मैन भी कहा जाता है आंतकवादियों से निपटने में सक्षम है उन्होंने एक बार ललकारा तो आंतकवादी संसद में उनसे मिलाने ही जा रहे थे कि मार गिराए गए | ऐसा गृह मंत्री होना चाहिए | आज उनका एक बयान आया कि मोदी साहेब ने १० दिन पूर्व ही बता दिया था कि दिल्ली में बम फटने वाला है | वाह भाई वाह पहले गृहमंत्री बताते थे कि हमने राज्य सरकारों को फलां तारीख को ही सतर्क कर दिया था | अब राज्य के मुख्या मंत्री यही बात दुहराएंगे कहाँ कहाँ जबाब देंगे श्री प्रकाश और पाटिल साहेब
पाटिल साहेब ने ये बताया कि 'ऐसी घटना की आशंका तो थी किंतु स्थान और दिन का पता नहीं था ' अरे तो मोदी और आडवानी साहेब से पूछ लिए होते खैर इस मासूम बयान पर मेरा दिल भर आया कि बेचारा पाटिल क्या करे यदि आंतकवादियों का आमंत्रण पत्र मिल गया होता तो वे भी आज आडवानी कि तरह लौह पुरूष नहीं तो कम से कम कांस्य पुरूष तो कहलाते लेकिन बेडा गर्क हो आई एस आई सिमी फिम्मी का ये सब बताए तब न
बेकार चिंता कर रहे हैं एक ज्योतिषी रख लीजिये वह सब बता देगा कि क्या कब होने वाला है लेकिन आज कल के ज्योतिषी भी चालक हो गए हैं जैसे वे बताते हैं कि इस माह एक बड़े नेता की मौत होगी प्राकृतिक उपद्रव होगा सत्ता परिवर्तन होगा , अब यदि मंगरू राम मर गए तो वे बड़े नेता घोषित कर दिए जातें है उन ज्योतिषी द्वारा यदि बाढ़ आगयी तो ठीक नहीं तो सूखा को ही उपद्रव घोषित कर दिया जायेगा रही बात आतंकी घटनावों की तो ये ज्योतिषी गण हिंसात्मक घटनाओ में वृदधी बता कर ही अपना पाला झाड़ लेते हैं फ़िर क्या होगा
खैर जो भी हो 'बलि जाऊँ लाला इन बोलन पर ' पहले का एक बयान याद करें जब नेता यह कहते थे कि कोई भी धर्म हिंसा नहीं सिखाता सुन कर ऐसा लगता था कि इसे पढ़ कर उग्रवादी शर्म से गड़ जायेंगे या आत्महत्या कर लेंगे कि घटना करने के पहले हमने सारे धार्मिक ग्रंथो को क्यों नहीं पढ़ा
अब ऐसे बयान ना आने से उग्रवादियों ने भी राहत कि साँस ली है बलि जाऊं लाला इन बोलन पर
आप सभी नेता गण अपने सफ़ेद वस्त्रों को धुला कर रख लेई \पुलिस का बयान कि उसे कुछ ठोस सुराग मिल गएँ है तथा कुछ स्केच जो उन अफसरों के अपने ही बचपन की दुबली पतली ब्लैक व्हाइट फोटो से बनी होती है वह जारी हो जायेगी एकाध लाख कि घोषणा हो जायेगी जनता खोजे आख़िर लड़ना तो जनता को ही है ना

1 टिप्पणी:

Arvind Mishra ने कहा…

भिगों भिगो कर जूता मारा है बॉस आपने !